🍁सुप्रभात 🍁

🔲🔲🔲🔲🔲🔲🔲


*कल शीशा था, सब देख-देख कर जाते थे।*
*आज टूट गया, सब बच-बच कर जाते हैं।*
*समय के साथ,*
*देखने और इस्तेमाल का नजरिया बदल जाता है।*
      🙏Good Morning 🙏
💢💢💢💢💢💢💢
----------------------------

 _कठोर भाग्य को_ 
 _कठोरपरिश्रम से ही_ 
 _वश में कर सकते है।_


 _🍁सुप्रभात 🍁_ 

 🔅 🔅
-----------------------------------
💐🌹       🌹💐
*जिसकी जैसी नीयत है...* 
 *वो वैसी कहानी रखता है* !!

 *कोई परिंदों के लिए* *बंदूक...तो कोई* 
 *परिंदों के लिए पानी रखता * *है** !!
  🙏🌹   *सुप्रभात*  🌹🙏

Previous
Next Post »